Detailed Notes on भाग्य Vs कर्म

कर्म और भाग्य की निराली महिमा, जिसने सही मर्म समझा-जाना, वह सफल हुआ

आचार्य जी पहुंचे और सबसे मिलने लगे, उन्होंने मुझे देखा, मुस्कुराये और सभी से थोड़ी देर बाद मिलने को कहा।

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एक समय हिमालय के जंगलों में कुछ ऋषि तपस्या करते थे। वे अपने ज्ञान पर गर्व करते थे और…

क्योंकि जो जैसा कर्म करता है उसको वैसा ही परिणाम मिलता है। जैसे हो सकता है कि हमारे भाग्य में सरकारी नौकरी हो लेकिन हम उसके लिए तैयारी न करे या पढ़ाई नही करेगे तो क्या भाग्य से हमे नौकरी मिल जाएगी।

कर्म करने वालों से जो बच जाता है वही भाग्य पर भरोसा करने वालों को मिलता है”

उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः ।

Karm Hello bhagya se bada hai, marathi me ek muhavara hai” Asel hari tar deil khatlyawari’ aaise sochate betenge to hamare hat mai kuchh bhi nahi aayega.

आज एक बालक निजी विद्यालय में पढ़ता हे और दूसरा शिक्षा से वंचित है ,क्या ये उस बालक का दुर्भाग्य नही?

पर माता – पिता के दवाब में , भाग्य Vs कर्म या दोस्तों के कहने पर बच्चा गणित ले लेता है

मैं थोड़ा सोच में पड़ गया, पर फिर हिम्मत कर के बोला मैं लोगों की उनके अच्छे वक्त में मदद करना चाहता हूं।

आप पहले तय कर लीजिये कि आप पक्ष में हैं या विपक्ष में और उसी के मुताबिक अपना कमेंट डालिए.

प्रेमानंद महाराज से जानिये कि क्या कर्म द्वारा भाग्य को बदला जा सकता है

प्रेमानंद महाराज से जानिये कि क्या कर्म द्वारा भाग्य को बदला जा सकता है

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